मऊ के मदरसे में हिंदी पढ़ाने का विरोध, हंगामा होने के बाद एक आरोपित गिरफ्तार कर जेल भेजा गया
मुल्क तक न्यूज़ टीम, मऊ. प्रदेश भर में मदरसों को लेकर सर्वे और छिड़े विवाद के बीच सोमवार की दोपहर मऊ जिले में मधुबन के परशुरामपुर स्थित मदरसे में हिंदी पढ़ाने को लेकर कैंपस में विरोध शुरू हो गया। हिंदी भाषा को पढ़ाने की जानकारी होने के बाद वर्ग विशेष में विवाद शुरू हो गया। इसके बाद मामले की जानकारी होने के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए एक आरोपित को जमानत देने से इंकार करते हुए उसका चालान कर जेल भी भेज गया।
पूरा मामला मऊ जिले में मधुबन थाना क्षेत्र के परशुरामपुर स्थित मदरसे का है। जहां पर सोमवार की दोपहर में उर्दू के साथ ही हिंदी पढ़ाने की बात को लेकर एक ही समुदाय के लोग विवाद कर लिए। इसी में एक व्यक्ति ने दो वर्गों के बीच विवाद की अफवाह उड़ा दी। इससे मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर शांतिभंग की धारा में चालान कर दिया। उधर उपजिलाधिकारी मनोज कुमार तिवारी ने आरोपित को जमानत देने से इंकार करते हुए उसको संबंधित धाराओं में चालान करते हुए जेल भी भेज दिया।
पुलिस के अनुसार मधुबन क्षेत्र के परशुरामपुर में मदरसा स्थित है। इसमें एक समुदाय के लोग चंदा वगैरह की मदद से बच्चों को मदरसे में काफी समय से इस्लामी तरीके से तालीम देते थे। गांव के अधिकांश लोग मदरसा में बच्चों को उर्दू के साथ हिंदी भाषा भी पढ़ाने की पहल किए तो सभी लोग आपस में सहमत हो गए। इसी बीच नेसार अहमद हिंदी पढ़ाने का विरोध करते हुए हंगामा करने लगा और पुलिस को सांप्रदायिक तनाव की सूचना दे दी।
मदरसे में हिंदी पढ़ाने को लेकर उपजे विवाद की जानकारी होने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर तुरंत क्षेत्राधिकारी अभय प्रताप सिंह व प्रभारी निरीक्षक सुदेश कुमार सिंह भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। पूरे प्रकरण की जानकारी होने के बाद पुलिस ने नेसार को गिरफ्तार कर शांतिभंग की धारा में चालान कर दिया। प्रशासन के अनुसा पूरे मामले की जांच की जा रही है। विवाद में शामिल कोई भी असमाजिक तत्व छोड़ा नहीं जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं