यूपी कांग्रेस का अध्यक्ष आखिर कौन होगा?
मुल्क तक न्यूज़ टीम, लखनऊ. विधानसभा चुनाव परिणाम के 100 दिन से ज्यादा बीत गए। निवर्तमान अध्यक्ष अजय लल्लू ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। नए अध्यक्ष को लेकर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने कई बार मंथन किया।
कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष चुना जाना सोनिया, प्रियंका और राहुल गांधी के बीच फंसा हुआ है। राहुल गांधी दलित चेहरे को अध्यक्ष बनाना चाहते हैं। तो सोनिया गांधी पूर्व अध्यक्ष रहे निर्मल खत्री को एक बार फिर मौका देना चाहती हैं। फिलहाल प्रियंका गांधी ब्राह्मण चेहरे को लेकर अभी भी मंथन कर रही है। अब हम समझते हैं कि उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष से लेकर अब तक की गई कांग्रेस की राजनीतिक मंथन पर चर्चा क्या रही।
बुंदेलखंड क्षेत्र से दो बार विधायक ब्राह्मण को इंचार्ज को बड़ी जिम्मेदारी
उत्तर प्रदेश के बॉर्डर मध्यप्रदेश के चित्रकूट से कांग्रेस विधायक नीलांशु चतुर्वेदी को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। युवा विधायक नीलांशु चतुर्वेदी को AICC का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है। रोहित चौधरी की जगह नीलांशु चतुर्वेदी को उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई है। नीलांशु चतुर्वेदी चित्रकूट से 2 बार के विधायक है। वरिष्ठ पत्रकार परवेज अहमद बताते हैं कि यूपी का बुंदेलखंड क्षेत्र के मध्य प्रदेश से जुड़ा हुआ है। कांग्रेस ने नीलांशु चतुर्वेदी को इसलिए यूपी का इंचार्ज बनाया है कि वह बुंदेलखंड के बॉर्डर से लेकर पूरे क्षेत्र में कांग्रेस को सक्रिय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इसके अलावा एनएसयूआई के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जौनपुर के रहने वाले नदीम जावेद को तेलंगाना का इंचार्ज बनाया गया है।
यूपी के दो ब्राह्मण एक मुस्लिम को भेजा गया राज्य सभा
उत्तर प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस के वरिष्ठ प्रमोद तिवारी को राजस्थान से राज्यसभा सदस्य जिताया गया। इसके अलावा राजीव शुक्ला को महाराष्ट्र से राज्य सभा सदस्य भेजा गया। इमरान प्रतापगढ़ी को छत्तीसगढ़ से राज सभा भेजा गया।
मौजूदा समय में कांग्रेस के 3 बड़े चेहरों को राज्यसभा भेजकर उत्तर प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस अपने वजूद को बचाने के लिए प्रयासरत है। प्रमोद तिवारी, राजीव शुक्ला और इमरान प्रतापगढ़ी के जरिए उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अपनी चर्चा दिल्ली और देश दुनिया की राजनीति में समय-समय पर करना चाहती है।
प्रियंका गांधी पर अंतिम फैसला कौन होगा अध्यक्ष?
उत्तर प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष कौन होगा आखिरी फैसला यूपी के प्रभारी कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी को ही करना है। प्रियंका गांधी ने अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर यूपी के वरिष्ठ 20 नेताओं से अलग-अलग बातचीत की भी है। इसके अलावा प्रियंका ने अन्य उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले नेताओं से भी फीडबैक लिया है। वैसे तो यूपी में कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनने को लेकर एक दर्जन से ज्यादा नाम चल रहे हैं।
भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने का इंतजार
वरिष्ठ पत्रकार सिद्धार्थ कलहंस यह बताते हैं कि कांग्रेस शायद भाजपा के अध्यक्ष चेहरे के इंतजार में हैं। अगर भाजपा लोकसभा चुनाव में एक बार फिर ब्राह्मण चेहरे को प्रदेश अध्यक्ष बनाएगी तो हो सकता है कांग्रेस दलित चेहरे पर दांव खेले। अगर भाजपा दलित प्रदेश अध्यक्ष बनाती है तो कांग्रेस ब्राह्मण प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है।
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