खो दिया मां, दोस्त और संरक्षक...साधना यादव के निधन पर भावुक हुईं बहू अपर्णा यादव
मुल्क तक न्यूज़ टीम, लखनऊ. समाजवादी पार्टी के संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना यादव का शनिवार को गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में निधन हो गया था। साधना मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी थीं, उनके प्रतीक यादव एकलौते बेटे थे। अब साधना यादव की बहू और प्रतीक की पत्नी अपर्णा यादव ने अपनी सास के लिये बेहद भावुक करने वाली चिट्ठी लिखी है। अपर्णा यादव ने लिखा कि ममता और स्नेह का आंचल सूख गया, जिस वटवृक्ष की छांव में हम सभी हैं, उस बरगद नेताजी को सहारा देने वाली मां चली गईं।
अपर्णा यादव ने चिट्ठी में अपनी सास साधना यादव से पहली मुलाकात के बारे में लिखते हुए बताया कि मुझे उनसे वह पहली मुलाकात अब भी याद है। वह मुझसे मिलीं तो उनकी आंखों में वही प्यार था, जो प्रतीक को देखकर उनकी आंखों में उमड़ता था। उनसे मिलने में मुझे थोड़ी देर हुई, क्योंकि मैं तो बहुत दिनों तक जानती ही नहीं थी कि प्रतीक नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के परिवार से हैं।
प्रतीक को स्कूल के समय से जानती थी अपर्णा अपर्णा ने अपने पति और मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक से मुलाकात और कैसे नादजीकियां बढ़ी, इसको लेकर भी जिक्र किया है। उन्होंने बताया कि मैं और प्रतीक स्कूली जमाने से साथ थे, भले ही हमारे स्कूल अलग थे। तब मोबाइल का जमाना नहीं था तो हमने ईमेल ही एक्सचेंज किए थे। जब एक बार मैंने अपने मेल खोले तो प्रतीक के कई सारे प्यार भरे मैसेज मेरे इनबॉक्स में थे। इसके बाद ही मां से मिलने का तय हुआ था।
अपर्णा ने लिखा, दोगुना प्यार के लिए मिलती है सासू मां अपर्णा यादव के अनुसार, पहली मुलाकात से लेकर आज जब वह (सास साधना यादव) नहीं हैं, तब तक का उनका प्रेम और स्नेह मेरी आंखों के सामने किसी रील की तरह घूम रहा है। पुरानी कहावत है कि ईश्वर सब जगह नहीं हो सकता। इसलिए उसने मां बनाई। मैं अगर इस कहावत को थोड़ा आगे बढ़ाऊं तो कहूंगी कि मां का प्यार दोगुना मिले। इसलिए हमें सासू-मां मिलती हैं।
मां, दोस्त, सखी और संरक्षक को खो दिया-अपर्णा
अपर्णा ने अपनी भावुक चिट्ठी में लिखा कि मेरी सासू-मां तो मेरे लिए मां ही हो गईं। आज जब वह अपनी अंतिम यात्रा पर चली गई, तो मेरी दुनिया ही उजड़ गई है। मैंने एक साथ अपनी मां, दोस्त, सखी और सबसे बढ़कर ऐसे संरक्षक को खो दिया है, जो धूप हो या बारिश हमेशा मेरे लिए खड़ी रहीं। अपर्णा ने आखिरी लाइन में लिखा कि मां तुम बहुत याद आओगी, तुम हमेशा मेरे साथ रहोगी।
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