मऊ में नाबालिग किशोर ने पिता के खिलाफ की शिकायत, मिला न्याय
मुल्क तक न्यूज़ टीम, मऊ. मधुबन में अपने पिता के खिलाफ थाने में तहरीर देने वाले कक्षा 7 के छात्र 12 वर्षीय कृष्ण पाल को आखिरकार शनिवार को न्याय मिल ही गया। मधुबन थाने में हुए एक समझौते के तहत उसके पिता ने उसे पढ़ाई के लिए खर्च के रूप में एक हजार रूपये प्रति माह देने के सुलहनामा पर हस्ताक्षर किए। शनिवार को पूरा दिन यह मामला तहसील क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा।
क्या था पूरा मामला
शुक्रवार को मधुबन थाने में एक तहरीर पड़ी। जिसमें सरकारी विद्यालय के कक्षा सात में पढ़ने वाले 12 वर्षीय किशोर द्वारा अपने पिता पर कार्रवाई की मांग की गयी थी। नाबालिग किशोर द्वारा अपने पिता के खिलाफ तहरीर देख पूरा थाना स्टॉफ सकते में आ गया। किशोर द्वारा आरोप लगाया गया था कि उसका पिता उसे और उसकी बहन को छोड़कर दूसरी महिला के साथ रहता है। उसके द्वारा उन दोनों का कोई ख्याल नहीं रखा जाता है। माँ भी दूसरे के साथ शादी कर भाग गयी। वर्तमान में वह दोनों भाई बहन अपने दादा-दादी के साथ रहते हैं। उसके दादा दादी किसी प्रकार उन दोनों को खिला पिला रहे हैं। लेकिन वह लोग अपनी गरीबी के कारण उसके पढ़ाई का खर्च पूरा नहीं कर पा रहे हैं। दोनों भाई बहन पढ़ना चाहते हैं, इसलिए उसके पिता की तरफ से उन्हें पढ़ाई खर्च के रूप में हर महीने एक निश्चित रकम दिलाई जाए।
तहरीर देख भावुक हुए थाना प्रभारी
पीड़ित किशोर की यह तहरीर देख एसओ मधुबन सौरभ राय भावुक हो उठे और खुद छात्र के स्कूल पहुंचकर उससे इस मामले में पूरी जानकारी ली। पता चला कि मधुबन थाना क्षेत्र के जमीन मनौली निवासी कृष्णा पाल मधुबन स्थित जूनियर माध्यमिक विद्यालय में कक्षा सातवीं का छात्र है। उसके पिता चंद्रभान पाल ने दो वर्ष पूर्व मधुबन निवासी किसी महिला से विवाह कर लिया है और उसके साथ मधुबन में अलग रहता है।
दो साल से घर नहीं आया पिता
दो साल से उसका पिता न तो अपने घर आया और न ही उसे और उसकी छोटी बहन सलोनी पाल से मिलता जुलता है। उसके पिता द्वारा भाई-बहन को भरण पोषण के लिए किसी तरह की मदद नहीं की जा रही है। पिता की मदद न मिलने से वह अपने दादा-दादी पर आश्रित है, लेकिन वह भी आर्थिक रूप से काफ़ी कमजोर हैं और उम्र अधिक होने के चलते उन्हें भी भाई-बहन का भरण पोषण करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कृष्ण और उसकी बहन को हर माह मिलेंगे एक हजार रुपये
नाबालिग भाई बहन की पीड़ा देख पुलिस तुरंत हरकत में आ गई। सबसे पहले तो शुक्रवार को कृष्ण पाल के पिता चंद्रभान को थाने लेकर आई और फिर उसकी माता को भी बुलाया। पहले तो दोनों ने काफी आनाकानी की लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे उनकी एक न चली। आखिरकार थाने में ग्राम प्रधान मोहम्मद फरीद की मौजूदगी में एक सुलहनामा लिखा गया जिसके अनुसार चंद्रभान हर महीने एक हजार रूपये अपने पुत्र एंव पुत्री को देगा ताकि उन दोनों की पढ़ाई में कोई बाधा उत्पन्न न हो।
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