मऊ जिले का लाल शहीद राजीव यादव पंचतत्व में विलीन, सैकड़ों लोगों ने नम आँखों से दी अंतिम विदाई
मुल्क तक न्यूज़ टीम, मऊ. देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीद राजीव यादव बुधवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। मधुबन तहसील क्षेत्र के दोहरीघाट मुक्तिधम पर उन्हें अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान पूरा माहौल गमगीन नजर आया और भरत माता की जय, राजीव यादव अमर रहें, शहीद तेरा यह बलिदान, याद करेगा हिंदुस्तान जैसे नारों से पूरा वातावरण गूँजता नजर आया।
शहीद इंटर कॉलेज पर जुटी भारी भीड़
इससे पहले अमर शहीद राजीव यादव का पार्थिव शरीर सुबह के करीब 5 बजे सबसे पहले मधुबन के शहीद इंटर कॉलेज के मैदान में पहुंचा। जहाँ सैकड़ों लोग शहीद के अंतिम दीदार के लिए घंटों से इंतजार कर रहे थे। यही वह जगह है जहाँ शहीद सेना भर्ती के लिए रोज दौड़ लगाया करता था। वहाँ से कारवां कटघरा शंकर स्थित शहीद स्मारक एंव फिर शहीद स्थल मधुबन पहुंचा। जहाँ लोगों ने नम आँखों से अमर शहीद को विदाई दी।
बम विस्फोट में हुए थे घायल
मधुबन क्षेत्र के परसिया केशवपुर निवासी इंद्रदेव यादव के बड़े पुत्र राजीव यादव बीते 12 जूलाई को ड्यूटी के दौरान बम विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उधमपुर में इनका इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान ही 18 जुलाई की सुबह उनकी मौत हो गई। सेना द्वारा राजकीय सम्मान के साथ जवान के शव को बुधवार को घर लाया गया।
साल 2012 में हुए भर्ती
राजीव यादव साल 2012 में सेना में भर्ती हुए थे। इनकी पत्नी प्रतिमा यादव मध्यप्रदेश के रीवा में स्वास्थ्य विभाग में तैनात हैं। इनका ढाई वर्ष का एक लड़का है जो मां के साथ रहता है । राजीव की पांच माह पूर्व कोलकाता से जम्मू के सतवारी में 72 फील्ड रेजिमेंट के आर्टीलरी में तैनाती हुई थी। जवान की मौत से इकलौती बहन के साथ ही उसके पिता इंद्रदेव यादव, माता राधिका देवी और पत्नी प्रतिमा यादव बेसुध हो गई थी।
वहीं सेना में ही पठानकोट में तैनात उसके छोटे भाई राहुल यादव भी घटना से आहत हैं। बुधवार को दोहरीघाट स्थित मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सैकड़ों लोग मौजूद रहे ।
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