सऊदी अरब में नहीं देते थे सैलरी, 3 साल तक पासपोर्ट भी रखा, मुल्क लौटे युवक ने सुनाई आपबीती
मुल्क तक न्यूज़ टीम, भदोही. सऊदी अरब में कई महीनों से फंसे उत्तर प्रदेश के जिले भदोही के युवक की सकुशल घर वापसी हो गई है। नौकरी करने सऊदी गए युवक का एग्रीमेंट समाप्त होने के बाद भी कंपनी उसे घर नहीं जाने दे रही थी और जबरन काम करा रही थी। इस मामले में जब युवक के परिजनों ने ट्विटर पर भारतीय पुलिस से मदद मांगी तो खुद एसपी ने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास से संपर्क किया। इसके बाद युवक की सकुशल वापसी हो सकी है। युवक के वापस लौटने पर परिजनों में खुशी का माहौल है।
भदोही के कोइरौना थाना क्षेत्र के सोमपुर के रहने वाले राकेश उपाध्याय प्लंबर का काम करने के लिए एक कंपनी के जरिए 2019 में सऊदी अरब के जेद्दा गए थे। जहां कई माह पहले उनका एग्रीमेंट समाप्त हो गया। जब उन्होंने घर वापस जाने की इच्छा जताई तो कंपनी ने उनका पासपोर्ट नहीं लौटाया और उनकी इच्छा के खिलाफ उनसे काम कराया। जब उन्हें घर नहीं जाने दिया गया तो उन्होंने और उनके परिजनों ने अपनी पीड़ा ट्विटर पर व्यक्त करते हुए भदोही पुलिस से मदद मांगी। इसके बाद भदोही के पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने विदेश मंत्रालय और दूतावास से संपर्क किया। इसके बाद राकेश उपाध्याय की सकुशल वतन वापसी हो सकी।
सऊदी में कई महीनों बाद दी जाती थी सैलरी
अपने घर पर पहुंचने के बाद राकेश उपाध्याय ने बताया कि जिस कंपनी में वह काम करते थे, उन्हें वहां सैलरी भी कई-कई महीनों के बाद दिया जाता था। उनका एग्रीमेंट खत्म होने के बाद उन्हें घर वापस नहीं जाने दिया जा रहा था। भदोही के एसपी से मदद मिलने के बाद वह घर वापस लौटे। कंपनी ने घर लौटने के लिए सिर्फ रास्ते का खर्च दिया लेकिन उनका तीन लाख से अधिक बकाया सैलरी उन्हें नहीं दी गई।
पुलिस अधिकारियों ने घर जाकर जाना हाल
राकेश उपाध्याय के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। जब वह घर पर पहुंचे तो बच्चे अपने पिता को पाकर बहुत खुश हुए। इसके साथ ही कोइरौना के थानाध्यक्ष राकेश उपाध्याय का हाल जानने के लिए उनके घर पहुंचे। इस मामले में भदोही के एसपी डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि सराहनीय कार्य के लिए वह विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास को भदोही पुलिस की तरफ से धन्यवाद ज्ञापित करते हैं।
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