उत्तर प्रदेश में इन प्रोजेक्टस पर शुरू होगा काम, 2 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
योगी सरकार 2.0 केवल तीन महीने के अंदर अब तक सबसे बड़ा मेगा इवेंट कराने जा रही है। यह इवेंट अगले साल होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट की ब्रांडिंग कर उसके लिए आधार तैयार करेगी। शिलान्यास वाले सबसे ज्यादा 20,246 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स सूचना प्रौद्योगिक व इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर के हैं जबकि प्रोजेक्ट की संख्या के हिसाब से सबसे ज्यादा 237 परियोजनाएं खाद्य एवं प्रसंस्करण क्षेत्र से हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि केवल उन्हीं प्रोजेक्टस को लिया जाए जिनमें जमीन का आवंटन हो गया है। क्योंकि आधारशिला रखने के बाद इनका स्थापना व निर्माण का काम शुरू हो जाना है।
प्रधानमंत्री के समक्ष पांच उद्योगपति बताएंगे अपना विजन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 जून को लखनऊ के इंदिरगांधी प्रतिष्ठान में इस मेगा इवेंट का शुभारंभ करने से पहले सुबह 11 बजे प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे। इसके बाद वह जूपिटर हाल में आकर आयोजन निवेश परियोजनाओं की आधुनिक तकनीक के जरिए नींव रखेंगे। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी का संबोधन होगा। इसी के साथ ही पांच दिग्गज उद्योगपति भी भाषण में निवेश प्लान व विजन के बारे में बताएंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा। पूरे आयोजन के लिए 10 कमेटियों का गठन किया गया है। प्रधानमंत्री की मौजदूगी के चलते सरकार इस मेगा इवेंट को भव्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
इन उद्यमियों का आना तय हुआ
अडानी समूह के चेयरमैन व सीईओ गौतम अडानी, आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला, गोयना समूह के संजीव गोयनका, पेटीएम के चेयरमैन विजय शेखर शर्मा, आईटीसी के सीईओ संजीव पुरी, मेदांता के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन, लुलु समूह के एमडी युसूफ अली, टोरेंट फार्मास्यूटिकल के चेयरमैन सुधीर मेहता, इफोसिस के संस्थापक मोहन दास पई, ओला के संस्थापक भाविश अग्रवाल, वैद्यनाथ आयुर्वेद के एमडी अनुराग शर्मा, ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल, गैलेंट समूह के चेयरमैन सीपी अग्रवाल, यात्रा के संस्थापक ध्रुव श्रींगी, एल एंड टी के एमडी एस एन सुब्रह्मयण समेत 60 से ज्यादा उद्योगपति में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरमनी में आने के लिए सहमति दे दी है। अभी यह संख्या और बढ़ेगी।
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