मोहाली में कार में आए थे 2 संदिग्ध, 80 मीटर की दूरी से लगाया था निशाना
सूत्रों ने कहा कि रॉकेट से चलने वाले ग्रेनेड को निशाना नहीं बनाया गया था, लेकिन फायरिंग की गई थी। इस बीच, खुफिया अधिकारी और जांचकर्ता फिलहाल सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि रॉकेट लॉन्चर को ड्रोन के जरिए पहुंचाया गया होगा। पिछले कुछ महीनों में, पाकिस्तान से पंजाब में हथियारों और विस्फोटकों के परिवहन के लिए ड्रोन के उपयोग में वृद्धि हुई है।
आपको बता दें कि मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया कार्यालय की तीसरी मंजिल पर एक मामूली विस्फोट हुआ, जिसमें खिड़कियां टूट गईं और संपत्ति को नुकसान पहुंचा। मोहाली के पुलिस अधीक्षक हरविंदर संधू के अनुसार, इमारत पर एक रॉकेट से चलने वाला ग्रेनेड (आरपीजी) फेंका गया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी मामले की जांच के लिए खुफिया कार्यालय में एक टीम भेजेगी।
मोहाली पुलिस ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "शाम 7.45 बजे के आसपास सेक्टर 77, एसएएस नगर में पंजाब पुलिस खुफिया मुख्यालय में एक मामूली विस्फोट की सूचना मिली थी। कोई नुकसान नहीं हुआ है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं और जांच की जा रही है। फोरेंसिक टीमों को बुलाया गया है।''
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