दिल्ली से जयपुर का सफर अब सिर्फ ढाई घंटे में
एलिवेटेड कॉरिडोर के सभी विंग्स लग गए हैं, लाइटें लगाने का काम चल रहा है। कहीं-कहीं एलिवेटेड रोड पर बिटुमिनस से सड़कें बनाने का काम बाकी है जिसे जून के मध्य तक पूरा कर लिया जाएगा। जून के अंत तक यह कॉरिडोर पूरी तरह से लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.
खास बात यह है कि इस कॉरिडोर को भी 120 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड के हिसाब से तैयार किया गया है। इस कॉरिडोर के निर्माण पर करीब 1800 करोड़ की लागत आई है। करीब ढाई साल पहले इस कॉरिडोर को बनाने का काम शुरू हुआ था। लेकिन कोविड और एक स्पैन गिरने के कारण काम में कुछ रूकावटें आईं, लेकिन अब यह जल्द ही लोगों के लिए शुरू होने वाला है।
इस कॉरिडोर से ये होंगे सबसे बड़े फायदे
दिल्ली या गुड़गांव से जयपुर या मुंबई जाने वालों के लिए गुड़गांव के ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिल जाएगा। दिल्ली से एनएच-8 के राजीव चौक से सीधा सोहना रोड के इस कॉरिडोर के जरिए जयपुर और मुंबई तक नॉन स्टॉप पहुंचा जा सकेगा। दूसरा बादशाहपुर और वाटिका चौक पर लगने वाले सबसे बड़े जाम से लोगों को छुटकारा मिल जाएगा। एलिवेटेड इस कॉरिडोर के जरिए बिना रूके अब लोग आ जा सकेंगे।
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