किराना स्टोर : करोबार पर कब्जे के लिए JioMart और Paytm में जंग
नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज ई-कॉमर्स पोर्टल जियो मार्ट की शुरुआत कर चुकी है। जियो मार्ट के जरिए ग्राहक ग्रॉसरी का सामान खरीद सकते हैं। हाल ही में अमेजन और वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट ने भी इसी तरह की योजना की घोषणा की है। वहीं, रिलायंस जियो मार्ट की वॉट्सऐप के साथ साझेदारी भी इसी दिशा में एक कदम है। अब महामारी के दौरान ई-कॉमर्स फर्मों के बीच बढ़ती दौड़ में पेटीएम भी शामिल हो रही है। जी हां डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम ने किराना स्टोर्स के लेने-देन से व्यापारियों को होने वाले नुकसान को कवर करने के लिए 100 करोड़ रुपए के लॉयल्टी प्रोग्राम की घोषणा की है।
कारोबारियों को अब पेटीएम वॉलेट पर मिलने वाले पेमेंट को बैंक खाते में ट्रांसफर करने के लिए 1 प्रतिशत मर्चेंट डिस्काउंट रेट का भुगतान करना होगा। इस बारे में पेटीएम ने कहा कि उसने 100 करोड़ रुपए अलग रखे हैं, जिससे किराना दुकानों को प्रोत्साहित करने के लिए फाइनेंशियल सर्विसेज और मार्केटिंग टूल प्रदान करने के लिए निवेश किया जाएगा। ताकि कोरोनोवायरस महामारी के दौरान पेटीएम ऑल-इन-वन क्यूआर के माध्यम से डिजिटल पेमेंट की वृद्धि में तेजी आए।
पेटीएम के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट की मानें तो बैंक हमसे वॉलेट लोड करने के लिए पेमेंट लेते हैं और हम उनके व्यवसाय के लिए लाभ को दोगुना करके 1 प्रतिशत एमडीआर लौटाएंगे। जिसमें विभिन्न फाइनेंशियल और बिजनेसेज सर्विस शामिल हैं। कंपनी ने बताया कि नए लॉयल्टी प्रोग्राम में सभी मर्चेंट पार्टनर रिवार्ड प्वाइंट अर्न करने के लिए इलेजिबल होंगे, जब वे पेटीएम वॉलेट, रूपे कार्ड और सभी यूपीआई बेस्ड पेमेंट स्वीकार करते हैं। कलेक्ट किए गए प्वाइंट को तुरंत वाउचर या पेटीएम बिजनेस ऐप की मदद से साउंड बॉक्स, ईडीसी जैसे अन्य में रिडीम कर पाएंगे। मर्चेंट द्वारा कितना रिवार्ट प्वाइंट अर्न किए जाते हैं इसकी कोई लिमिट नहीं होगी। ये डायरेक्ट पेटीएम ऑल-इन-वन क्यूआर के माध्यम से किए गए लेन-देन की कुल संख्या पर निर्भर करेगा।
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